नीम करोली बाबा एक दिव्य संत थे, जो केवल शरीर नहीं, बल्कि जीवित आध्यात्मिक ऊर्जा के रूप में जाने जाते हैं. उनका जीवन प्रेम, सेवा और विश्वास की मिसाल था. लोग उन्हें हनुमान जी का अवतार मानते थे, क्योंकि उनका समर्पण अतुलनीय था. कैंची धाम आश्रम, जहां उन्होंने जीवन का महत्वपूर्ण समय बिताया, आज भी भक्तों के लिए शांति, शक्ति और भक्ति का अद्भुत केंद्र बना हुआ है. अक्सर लोग अपने भाग्य को लेकर कोसते रहते हैं. ये कहते फिरते हैं कि उनका भाग्य सही नहीं चल रहा है. ऐसे में नीम करोली बाबा की कुछ बातों को अपने जीवन में जरूर अमल में लाना चाहिए. वे कहते थे कि भाग्य उन्हीं लोगों का साथ देता है, जिनमें ये आदतें पाई जाती हैं.नीम करोली बाबा के अनुसार, भाग्य का साथ उन्हें ही मिलता है जो हर परिस्थिति में सकारात्मक सोच बनाए रखते हैं. जीवन में उतार-चढ़ाव तो आते हैं, लेकिन जो व्यक्ति आशावादी नजरिये से आगे बढ़ता है, वही सच में सफल होता है. नकारात्मकता से दूर रहकर ही भाग्य और सफलता को पाया जा सकता है.
सेवा और परोपकार
नीम करोली बाबा के अनुसार, भाग्य उनका साथ देता है जो निःस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा और परोपकार करते हैं. ऐसे लोग ईश्वर के सच्चे भक्त माने जाते हैं, क्योंकि सेवा ही सच्ची भक्ति है. जब हम दूसरों के लिए अच्छा करते हैं, तो ब्रह्मांड भी हमारे लिए शुभ अवसरों के द्वार खोल देता है.
भगवान की सच्ची श्रद्धा
नीम करोली बाबा के मुताबिक, वे लोग वास्तव में भाग्यशाली होते हैं जो भगवान में गहरी आस्था और सच्ची भक्ति रखते हैं. ऐसे भक्तों का जीवन ईश्वर की कृपा से संवरता है. भक्ति केवल पूजा नहीं, बल्कि प्रेम, समर्पण और विश्वास का नाम है, जो व्यक्ति को भीतर से शांत और शक्तिशाली बनाता है.